High Interest Govt Savings Schemes for women: डर एक सापेक्ष भाव है. जो पुरुष के लिए डरावना है, वह महिलाओं के लिए सहज हो सकता है. जो औरत के मन में भय पैदा करता है, वह हो सकता है मर्द के लिए अपेक्षाकृत सामान्य घटनाक्रम हो! जब बात निवेश की आती है तो यह डर निवेश की तरलता की मात्रा और जोखिम के अनुपात में होता है. महिलाएं जो स्वतंत्र रूप से निवेश करने की शुरूआत कर रही हैं, उनके लिए आज हम कुछ ऐसे निवेश के विकल्प लाए हैं जो सरल,सुगम और सेफ हैं. बता दें कि डीबीएस बैंक इंडिया के एमडी और कंज्यूमर बैंकिंग ग्रुप के प्रमुख प्रशांत जोशी ने हाल ही में हमारी सहयोगी साइट को सर्वे के हवाले से बताया कि हाई इनकम वाली शहरी महिलाएं अपने निवेश पोर्टफोलियो का 51 प्रतिशत सावधि जमा और बचत खातों में, 16 प्रतिशत सोने में, 15 प्रतिशत म्यूचुअल फंड में, 10 प्रतिशत रियल एस्टेट में और 7 प्रतिशत स्टॉक में रख रही हैं. महिलाओं और पर्सनल फाइनेंस से जुड़ी ऐसी ही अधिक जानकारी के लिए आप यहां क्लिक कर सकती हैं.
सैलरीड महिलाओं के लिए सर्वोच्च प्राथमिकताएं होम ओनरशिप, फैमिली सपोर्ट और बच्चों की शिक्षा (विवाहित महिलाओं के लिए बाद वाला) है. जबकि, सेल्फ एंप्लॉयड लड़कियों के लिए अपना घर और अपने कारोबार को बढ़ाना प्रॉयरिटी में टॉप पर है. जबकि, वृद्ध महिलाओं (अधिक उम्र की) के लिए हेल्थ और वेलफेयर टॉप प्राथमिकता है. ऐसे में सवाल उठता है कि महिलाएं अपने इन लक्ष्यों को प्राप्ति के लिए इक्विटी-म्यूचुअल फंड निवेश के अलावा ऐसे किन विकल्पों में पैसा लगा सकती हैं जो अपेक्षाकृत सेफ ऑप्शन हैं. आइए ऐसे तीन विकल्पों पर गौर करें:
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (Public Provident Fund-PPF)
पीपीएफ यानी सार्वजनिक भविष्य निधि योजना में आप एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम राशि 500 रुपये और अधिकतम राशि 1,50,000 रुपये निवेश कर सकती हैं. प्रति वर्ष मिलने वाला ब्याज और मच्योरिटी के समय मिलने वाली पूरी राशि टैक्स फ्री होती है.15 साल में खाता परिपक्व हो जाता है. इस पर आप लोन भी ले सकती हैं जोकि तीसरे वित्तीय वर्ष के बाद मिलती है. मच्योरिटी के बाद भी पांच-पांच साल के लिए आप इसे बढ़ा सकते हैं. अगर आप 25 साल की हैं और लगातार रिटायरमेंट तक पीपीएफ में सालाना डेढ लाख रुपये जमा करती हैं तो रिटायरमेंट पर आपको 2 करोड़ 26 लाख 97 हजार 857 रुपये मिलेंगे. इसमें आपको 7.1 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है. पीपीएफ को लेकर और अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.
महिला सम्मान बचत पत्र योजना (Mahila Samman Savings Certificate)
ये सेविंग स्कीम शुरू करनी आसान है, प्रतिदिन में मैंटेन करना आसान है, पैसा डूबने का झंझट नहीं, ब्याज भी अधिक और मच्योरिटी पीरियड से पहले पैसा निकालना हो तो पेनल्टी भी नहीं लगती है. जमा की गई राशि पर 7.50 फीसदी की दर से कंपाउंडिंग इंट्रेस्ट मिलता है. मच्योरिटी पीरियड 2 साल का है पर इसके लिए खाता 31 मार्च 2025 से पहले खुलवा लेना होगा. खाता खुलने की तारीख से लेकर 2 साल बाद यह मच्योर होगा. महिला कम से कम 1000 रुपये और अधिकतम धनराशि 2 लाख रुपये जमा करवा सकती है. याद रखें कि 1 अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2025 के बीच यानी दो वर्षों भीतर ही इसमें खाता खुलवा लेना होगा. इसके बाद इसे ऑप्ट नहीं कर सकते. इस बारे में विस्तृत जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.
आवर्ती जमा खाता योजना (Recurring Deposit)
पुराने समय से महिलाएं एफडी और आरडी के प्रति आकर्षित रही हैं, निवेश के विभिन्न विकल्पों में यह पुराना लेकिन रिटर्न का श्योरशॉट ऑप्शन है. कम पैसों से निवेश की जर्नी शुरू करनी है तो इसे अपना सकती हैं. बैंक में आरडी करवाने के लिए लिए कम से कम 100 रुपये प्रति माह जमा किया जा सकता है. इसमें अधिकतम जमा राशि की कोई सीमा तय नहीं है. 5 साल की आरडी पर ब्याज दर 6.7 फीसदी है. जिस राशि सेआप आरडी शुरू करती हैं, उसके मच्योर होने तक आपको प्रति माह उतना ही अमाउंट निवेश होगा.
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FIRST PUBLISHED : March 15, 2024, 10:33 IST